चुनावी साल में हमीरपुर जिला में बड़सर, भोरंज, नादौन व हमीरपुर विस क्षेत्रों में भाजपा सुखद स्थिति में नहीं है। वजह यह है कि इन चारों सीटों पर भाजपा ही भाजपा की जड़ें काटती दिख रही है। भाजपा सुजानपुर में छोड़ कर अन्य चारों सीटों पर कुनबे की लड़ाई में ही फंसती नजर आ रही है। यदि हालत नहीं सुधरे तो आने वाले चुनावों में भाजपा को हमीरपुर जिला में भारी नुकसान हो सकता है। भोरंज, और हमीरपुर में कांग्रेस आपस की रंजिशों के कारण हारती रही लेकिन इस बार यह रंजिशें भाजपा के लोगों में ही दिखना शुरू हो गई हैं। इसका सीधा लाभ कांग्रेस को मिल सकता है। इस कलह व गड़बड़ का असर भाजपा के गढ़ में दिखना भी शुरू हो गया है।
हमीरपुर विधानसभा क्षेत्र
वर्तमान में यहां स्वर्गीय जगदेव चंद ठाकुर के पुत्र नरेंद्र ठाकुर विधायक हैं। उन्हे यहां चुनौती मिली है नरेश कुमार दर्जी से। दर्जी वर्तमान में जिला परिषद के वाइस चेयरमैन हैं। वह पिछले 20 साल से ओपन सीट से एससी होते हुए पंचायत प्रधान भी रहे। जिला परिषद चुनावों में नरेश ने विधायक नरेंद्र ठाकुर के पसंद के भाजपा उम्मीदवार को पटखनी देकर आजाद चुनाव जीत लिया और बड़े नेता के आशीर्वाद से जिला परिषद की वाइस चेयरमैनी भी ले ली। बस यहीं से गुड्डू
( एमएलए) और दर्जी ( वाइस चेयरमैन)
आमने सामने आ गए। कथित समाजसेवियों पर विधायक की टिप्पणियों और एक्शन के बाद अब लड़ाई दिलचस्प दौर में पहुंच चुकी है। नरेश दर्जी भाजपा से टिकट मांगेगे और न मिलने पर समर्थकों के दबाव में आजाद मैदान में उतर सकते हैं।
भोरंज विधानसभा क्षेत्र
कभी मेवा विस क्षेत्र के नाम से मशहूर रही भोरंज सीट भाजपा के लिए सच में मेवा ही रही है। इस सीट से मिली ताकत का असर बमसन, नादौनंता और हमीरपुर सीटों पर दिखता था। जब तक आईडी धीमान जीवित रहे भोरंज में भाजपा के लिए सब ठीक था। उनकी मृत्यु के बाद उनके बेटे अनिल धीमान को उपचुनावों में टिकट मिला और कांग्रेस सरकार होते हुए भी वह सीट निकाल गए। गत विस चुनाव के दौरान 2017 भाजपा ने सिटिंग एमएलए डॉक्टर धीमान का टिकट काटकर वर्तमान विधायक कमलेश कुमारी को दे दिया। डॉक्टर धीमान हाशिए पर चले गए लेकिन उनके साथ जुड़े समर्थक सक्रिय रहे। भोरंज में स्थिति यह है कि डॉक्टर धीमान भाजपा टिकट के प्रबल दावेदार हैं और टिकट न मिलने पर समर्थकों के दबाव में आजाद चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुके हैं।
बड़सर विधानसभा क्षेत्र
बड़सर में भाजपा की अंदरूनी लड़ाई से लगातार दो बार से कांग्रेस के विधायक इंद्र दत्त लखनपाल के सर जीत का ताज सजता रहा। भाजपा में यहां एक अनार और चार बीमार की स्थिति है। पूर्व विधायक बलदेव शर्मा, भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता विनोद ठाकुर के अलावा यहां राकेश शर्मा बबली तथा कमल नयन भाजपा टिकट के प्रबल दावेदारों में हैं। यहां विनोद ठाकुर के लिए बबली व कमल नयन खेवनहार बन सकते हैं क्योंकि तीनों का निशाना सीधे बलदेव शर्मा ही है। बलदेव शर्मा तीन बार भाजपा विधायक होने के बावजूद लगातार दो बार चुनाव हार चुके हैं। विनोद ठाकुर की सक्रियता से जिला भाजपा अध्यक्ष बलदेव शर्मा को कड़ी चुनौती मिल रही है।